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JIBHI गांव में पुरे भारत से छुट्टिया मानाने के लिए यहाँ आते है, क्योकि यहाँ हिमाचल प्रदेश की शानदार जगह है।

JIBHI : जीभी गांव हिमाचल प्रदेश में बसा एक बेहद खूबसूरत और शानदार घूमने का टूरिस्ट प्लेस है, जहा पर आप  प्रकृति की गोद में कुछ पल बिताना चाहते हैं। तो जीभी गांव जाने की तैयारी करे। यहाँ पर आप को उच्चे घने पैड, पहाड़, नदी, झील , प्राचीन मंदिरों के दर्शन भी कर सकते हैं, और वॉटरफॉल का आनंद ले सकते है।

हिमाचल प्रदेश में मौजूद जीभी (Jibhi) बेहद खूबसूरत टूरिस्ट प्लेस है,हरे-भरे हरियाली और ठंडी हवा के बीच हर कोई कुछ दिन बिताना पसंद करता है। अपने मन को शांत करने और दैनिक लाइफस्टाइल से छुट्टी पाने के लिए, आपको प्रकृति के बीच एक छुट्टी बिताने की आवश्यकता होती है। जीभी गांव हिमाचल प्रदेश में पंजर घाटी का एक हिस्सा है। यह घने, ऊंचे पेड़ों और बर्फ से ढके पहाड़ों का स्थान है। यदि आप कहीं घूमने की योजना बना रहे हैं और प्रकृति की गोद में कुछ पल बिताना चाहते हैं, तो हिमाचल प्रदेश की इस खूबसूरत जगह, जीभी की यात्रा जरूर करें। अगर आपने अभी तक जीभी नहीं देखा तो इस बार आप यहां का टूर बना सकते हैं. दिल्ली से जीभी की दूरी करीब 499 किलोमीटर है. जहां पहुंचने में आपको 12 घंटे से ज्यादा का वक्त लगेगा।

JIBHI : जीभी गांव हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के कुल्लू की बंजार घाटी में बसा है. यहां देश और विदेश से सैलानी आते हैं. बंजार घाटी वैसे भी खूबसूरती के मामले में अव्वल है। जीभी गांव में आपको शांत वातावरण मिलेगा और यहां आप ट्रैकिंग और कैंपिंग कर सकते हैं एवं पक्षियों के चहचहाने की आवाज सुन सकते हैं। इस गांव की ज्यादातर इमारतें, घर लकड़ी और पत्थरों से बने हैं। हर घर के पीछे सेब का बगीचा देखने को मिलेगा।  यहां देवदार और चीड़ के वृक्षों के बीच आप सुकून मेहसूस कर सकते हैं और कई घंटे बिता सकते हैं. यहां आपको कई शानदार ट्रैक मिलेंगे जहां आप एडवेंचर कर सकते हैं। जीभी हिमाचल प्रदेश में मौजूद एक बेहद ही लोकप्रिय जगह है, जो हरे भरे जंगलों और पहाड़ों से घिरा हुआ है। अगर आप गर्मियों की छुट्टियों में अपने परिवार या पार्टनर के साथ किसी ठंडी जगह पर घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो इस बार हमाचल प्रदेश के जीभी गांव का प्लान करे। गर्मियों में यह जगह किसी जन्नत से कम नहीं है। आइए इस सुंदर JIBHI जीभी गाँव में और इसके आस-पास की जगहों के बारे में अधिक विस्तार से जानें क्या ख़ास है।

JIBHI WATERFALL (जीभी वॉटर फ़ॉल्स)

JIBHI WATERFALL

जीभी वॉटर फ़ॉल्स जंगल के अंदर छिपा हुआ है जिसे तब तक नहीं देखा जा सकता है जब तक आप घने जंगल के अंदर नहीं जाते हैं।जीभी के मुख्य बाजार से 1 किमी या 15 मिनट की पैदल दूरी पर स्थित, JIBHI WATERFALL, घूमने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक है। यह मुख्य सड़क से केवल 5 किमी की पैदल दूरी पर मौजूद है, इसलिए वहां आप अपनी कार भी चलाकर ले जा सकते हैं। पानी का कण्ठ संगीत की तरह बहता है और पूरे स्थान को मंत्रमुग्ध कर देता है। छोटे लकड़ी के पुल झरने के पास बनाए गए हैं जो इस जगह को प्रकृतिक  खूबसूरती को और बढ़ावा मिलता हैं। छोटे लकड़ी के मचानों को झरने के करीब बनाया गया है जो इस जहह को बेहद सुखद दृष्टिकोण देता है। झरने की ओर जाने वाला रास्ता भी काफी अच्छे से बना हुआ है, जिसमें आपको नदी पार करने के लिए कुछ लकड़ी के पुल दिख जाएंगे। साथ ही झरने के आसपास का क्षेत्र भी काफी साफ सुथरा है। झरने के ठीक नीचे एक पुल भी है, जहां आप नहा सकते हैं।

JALORI PASS (जालोरी पास)

 

जीभी गाँव से जालोरी पास की दूरी मात्रा 12 किमी है। यह 3000 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है, और समुद्र तल से 10282 फीट की ऊंचाई पर है। सुकून, शांति और व्यस्त दुनिया से मुक्त होने के लिए यह जगह अद्भुत है। यहां जाकर आप प्रकृति की खूबसूरती देखते हुए बहती हुई हवा की आवाज़ महसूस कर सकते हैं। जालोरी पास के टॉप पर, महाकाली को समर्पित एक मंदिर है, जहां आप तीर्थन नदी, घाटी और देवदार के जंगल के कुछ मजेदार नजारों को देख सकते हैं। कुछ अद्भुत पौधों के जीवन और वन्यजीवों के साथ आप प्रकृति के वास्तविक पहलुओं के बारे में ज्ञान प्राप्त करने के लिए एक बार इस खूबसूरत जगह की यात्रा जरूर करें। ये जगह इंस्टाग्राम पर डालने के लिए भी एकदम बेस्ट है।  यहां जाने के लिए आप सरकारी बस या प्राइवेट टैक्सी ले सकते हैं।

Serolsar Lake (सेरोलसर झील)

सेरोलसर झील जालोरी पास से सिर्फ 5 किमी की दूरी पर स्थित है और जीभी में घूमने के लिए अच्छी जगहों में से एक ये भी है। देवदार के घने जंगल से घिरा यह समुद्र तल लगभग 3100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहां एक बुद्ध नागिन नाम का एक मंदिर है जो स्थानीय लोगों द्वारा सेरोलसर झील से जुड़ा हुआ है।स्थानीय लोगों का मानना है कि झील के पानी में औषधीय गुण हैं। इस झील का पानी बेहद साफ है और साफ होने के पीछे का कारण बेहद दिलचस्प है। यहां एक अभि नाम का पक्षी पाया जाता है, जो झील में गिरने वाली हर चीज जैसे पेड़ के पत्ते, छोटी लकड़ी आदि को उठाकर बाहर फेंक देता है। इस जगह तक पहुंचने के लिए आपको 5 किमी का ट्रैक पूरा करना पड़ेगा, जो जालोरी पास से 2 घंटे दूर है।

TIRTHAN VELLY (तीर्थन वैली)

तीर्थन और बंजार की जुड़वां घाटियां हिमाचल प्रदेश में हर यात्री के लिए कुछ न कुछ देखने योग्य दृश्य प्रदान करती हैं। आधुनिकीकरण से अपेक्षाकृत अछूती घाटियाँ आज कुछ हद तक एक गुप्त रहस्य हैं। इन जादुई घाटियों को प्राप्त करने के लिए कुछ प्रयास करने की आवश्यकता होती है, जिससे एकांत और शांत की तलाश में आने वाले यात्रियों का स्वागत करने के लिए आदर्श परिस्थितियों का निर्माण किया जा सके। तीर्थन वैली की खूबसूरती वास्तव में देखने योग्य है जो जीभी गाँव से कुछ दूरी पर स्थित होने के अलावा पर्यटकों के लिए एक मुख्य पर्यटन स्थल भी है।

Raghupur Fort (रघुपुर किला )

Raghupur Fort (रघुपुर किला )

रघुपुर किला एक ऐतिहासिक स्थान है जिसके बारे में माना जाता है कि इसे मंडी शासकों ने आक्रमण से बचने के लिए बनवाया था। रघुपुर किला जलोरी पास से 3 किमी दूर समुद्र तल से 10800 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।किला काफी खंडहर हो चुका है, लेकिन आप यहां से कुल्लू और मंडी क्षेत्र का हर एक नजारा देख सकते हैं। जलोरी पास दर्रे से रघुपुर किले की चोटी तक पहुँचने के लिए लगभग 1 घंटे की पैदल यात्रा करनी पड़ती है। यहां के घास के मैदान फोन में लगे वॉल पेपर जैसे लगते हैं। टॉप पर, आप चरवाहों को बकरियों के साथ देख सकते हैं जो इस जगह की सुंदरता को बढ़ाते हैं। टॉप पर पहुंचने के बाद पानी और खाने का किसी भी तरह का स्रोत नहीं है, इसलिए जब भी ऊपर जाएं तो जालोरी पास से खाना और पानी खरीदकर आगे की ओर बढ़ें।

Mini Thailand in Jibhi (जीभी में मिनी थाईलैंड)

जीभी को मिनी थाईलैंड भी कहा जाता हैं , क्योकि आपने अभी भारत के बाहर मौजूद थाईलैंड देश के बारे में सुना होगा , लेकिन अपने देश में ही हिमाचल के जीभी में भी एक मिनी थाईलैंड के नाम से जगह है, जो हूबहू थाईलैंड के आइलैंड के जैसे दिखती है। जबकि स्थानीय लोग इस जगह को कुली कटांडी कहते हैं। तीर्थन नदी के किनारे निर्मित एक चट्टान है, जिसकी किनारे बहती नदी का मेल देखकर ऐसा लगता है कि यही पूरा थाईलैंड है। एक झोपड़ी के आकार के दो विशाल शिलाखंड हैं जो इस क्षेत्र को विशेष रूप से खास बनाते हैं। जिसे देखकर आपको पूरी तरह थाईलैंड में होने का एहसास होगा। आप इस जगह तक पैदल ही पहुंच सकते हैं।

JIBHI जिभी कैसे पहुंचे?

हवाई जहाज : जीभी का पास का हवाई अड्डा कुल्लू के पास भुंतर हवाई अड्डा है जो 60 किमी की दूरी पर है। वहां से किराये की कारें आसानी से उपलब्ध हैं जो आपको आपके डेस्टिनेशन तक पहुंचा देंगी।

रेल द्वारा : पास का रेलवे स्टेशन शिमला में है जो जीभी से लगभग 150 किमी दूर है। वहां से किराये की कार आसानी से मिल जाती है जो आपको जिभी तक ले जाएगी।

सड़क मार्ग से : दिल्ली से नियमित अंतराल पर बसें उपलब्ध हैं जो आपको ऑट तक छोड़ देंगी। ऑट से जीभी के लिए सीधी बसें उपलब्ध हैं। आप दिल्ली से एक कार किराए पर ले सकते हैं या अपनी खुद की कार ले जा सकते हैं।

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