Sukanya Samriddhi Yojana: ‘बेटी बचाओ, बेटीओ पढ़ाओ’ अभियान को बढ़ावा देने के लिए मोदी सरकार ने साल 2015 में सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) शुरू की। आज भी यह योजना आपकी लाडली बिटिया की न केवल पढ़ाई बल्कि शादी में होने वाले खर्चों से आपकी चिंता को खत्म कर देगा।
यदि कोई व्यक्ति अपनी लड़की के जन्म के तुरंत बाद सुकन्या समृद्धि योजना खाते में प्रति माह ₹12,500 का निवेश करना शुरू कर देता है, तो लड़की 21 साल की उम्र में करोड़पति बन जाएगी।
अगर आप अपनी लड़की के जन्म के बाद एसएसवाई खाते में हर महीने 12,500 या सलाना ₹1.50 लाख का निवेश करना शुरू कर देते हैं तो वह लड़की के 21 साल की होने पर लगभग ₹69 लाख आपके पास हो जाएंगे। यह रकम आपकी लाडली की शादी और पढ़ाई के खर्चे को आसानी से पूरा कर देगी। इतना ही नहीं आप आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत एक वित्तीय वर्ष में एसएसवाई खाते में निवेश किए गए ₹1.50 लाख पर आयकर छूट का दावा भी कर सकते हैं।
केंद्र सरकार ने चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के लिए छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें घोषित करते हुए एसएसवाई ब्याज दर 8.2 फीसदी घोषित की है। हालांकि, यह SSY ब्याज दर हर तिमाही में बदल सकती है, लेकिन मेच्योरिटी के समय लगभग 8 पर्सेंट के शुद्ध रिटर्न की उम्मीद की जा सकती है।
सुकन्या समृद्धि योजना कैलकुलेटर: कोई भी व्यक्ति अपने सुकन्या समृद्धि योजना खाते में तब तक जमा कर सकता है जब तक कि उसकी बेटी 14 साल की नहीं हो जाती। लड़की के 18 वर्ष की हो जाने पर मेच्योरिटी का 50 पर्सेंट निकाल सकते हैं और शेष राशि लड़की के 21 वर्ष की होने पर निकाली जा सकती है। हालांकि, यदि कोई व्यक्ति लड़की के 18 वर्ष की हो जाने के बाद उसके SSY खाते से पैसे निकालना नहीं चाहता तो उसके 21 वर्ष की होने के बाद पूरी राशि निकाल सकता है।
मेच्योरिटी के समय अपने पैसे पर 8.2 पर्सेंट रिटर्न मानते हुए अगर कोई व्यक्ति 12 किस्तों में हर महीने ₹12,500 या एक समय में ₹1.50 लाख का निवेश करता है तो मेच्योरिटी पर यह रकम करीब ₹69,32,648 होगी।
इनकम टैक्स में भी फायदा: सुकन्या समृद्धि योजना के तहत निवेश पर आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत छूट मिलती है। इसके तहत एक वित्तीय वर्ष में एसएसवाई खाते में निवेश किए गए ₹1.50 लाख तक के आयकर लाभ का दावा किया सकता है। इस पर अर्जित एसएसवाई ब्याज और एसएसवाई मेच्योरिटी राशि भी 100 पर्सेंट टैक्स फ्री है।
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Sukanya Samriddhi Yojana (सुकन्या योजना) कैसे चालू करें?
सुकन्या समृद्धि योजना का फॉर्म को भरें और मांगी गई जानकारी, फोटोग्राफ और अन्य दस्तावेज जैसे बच्ची का जन्म प्रमाणपत्र, फोटो, अभिभावक का पहचान पत्र वगैरह सभी डॉक्यूमेंट्स को साथ में अटैच करें. इसके बाद भरा हुआ फॉर्म और डॉक्यूमेंट्स लेकर नजदीकी बैंक की ब्रांच या पोस्ट ऑफिस ब्रांच में जाएं और अपनी बेटी के नाम से खता खुलवाइये।
सुकन्या खाता कौन सी बैंक में खुलवाना चाहिए?
आप सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट किसी भी अधिकृत बैंक शाखा या डाकघर शाखा में खोल सकते हैं। आप इसे नेट बैंकिंग की सुविधा के साथ ऑनलाइन भी सेट-अप कर सकते हैं। सुकन्या समृद्धि योजना अकाउंट कैसे खोलें? आप अपने ब्रांच को एक स्थायी निर्देश देकर या नेटबैंकिंग के ज़रिये भी SSY अकाउंट के लिए ऑटोमैटिक क्रेडिट सेट कर सकते हैं।
सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश के लाभ
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के हिस्से के रूप में शुरू की गई सुकन्या समृद्धि योजना कई प्रकार के लाभ प्रदान करती है। इस योजना के कुछ प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं।
- अधिक ब्याज दर- PPF जैसी अन्य सरकारी योजनाओं की तुलना में SSY बेहतर ब्याज दर वाली योजना है। इस योजना में अभी यानी Q4 वित्तीय वर्ष 2023-24 के मुताबिक2% की दर से ब्याज दिया जा रहा है।
- गारंटीड रिटर्न- चूंकि सुकन्या समृद्धि योजना सरकारी योजना है, इसलिए यह गारंटीड रिटर्न प्रदान करती है।
- टैक्स बेनिफिट- सुकन्या समृद्धि योजना की धारा 80C के तहत सालाना5 लाख रु. तक टैक्स में छूट मिलती है।
- अपनी सहूलियत के मुताबिक निवेश करें – कोई भी व्यक्ति एक वर्ष में न्यूनतम 250 रु. और अधिकतम5 लाख रु. प्रतिवर्ष का डिपॉज़िट कर सकता है। यह सुनिश्चित करता है कि आपकी आर्थिक स्थिति चाहे जैसी हो, आप उसी के मुताबिक इस योजना में निवेश कर सकते हैं।
- कंपाउंडिंग का लाभ- सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) एक लंबी अवधि की निवेश योजना है क्योंकि यह वार्षिक कंपाउडिंग (चक्रवृद्धि) ब्याज का लाभ प्रदान करती है। इसलिए, अगर आप कम निवेश भी करते हैं तो आपको लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न मिलेगा।
- आसानी से ट्रांसफर- सुकन्या समृद्धि अकाउंट को देश के एक हिस्से से दूसरे (बैंक/ डाकघर) में स्वतंत्र रूप से ट्रांसफर किया जा सकता है।
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) की अन्य प्रमुख विशेषताएं
- यदि कोई SSY अकाउंट होल्डर 250 रु. की न्यूनतम राशि भी जमा नहीं कर पाता है, तो उसके अकाउंट को ‘डिफ़ॉल्ट अकाउंट’ कहा जाएगा। लेकिन इस डिफ़ॉल्ट अकाउंट पर भी मैच्योरिटी की तारीख तक, लागू ब्याज मिलता रहेगा। हालांकि, डिफॉल्ट किए गए अकाउंट को अकाउंट खोलने के 15 साल पूरे होने से पहले कम से कम 250 रु. + 50 रु.(जुर्माना) का निवेश करके फिर से रीओपन किया जा सकता है।
- एक बालिका 18 वर्ष की होने के बाद, वह पोस्ट ऑफिस/बैंक जहां उसका अकाउंट है, सभी आवश्यक दस्तावेज़ जमा करके SSY अकाउंट मैनेज कर सकती है।
- लड़की की उम्र 18 वर्ष से अधिक होने पर या उसके 10वीं पास करने के बाद आगे की पढ़ाई के लिए अकाउंट से 50% तक पैसा निकाला जा सकता है। पैसा एक साथ या फिर किस्तों में मिल सकता है। एक साल में एक ही बार और अधिकतम पांच साल तक किस्त में पैसा ले सकते हैं।